हरियाणा के 20 मजदूर 2 महीने में 2 मंजिला मकान करेंगे 8 फीट ऊंचा, 200 जैक लगाकर करते हैं काम

अनपढ़ घोड़ी चढ़े, पढ़ा-लिखिया मांगे भीख। इस कहावत को हरियाणा के 20 मजदूरों ने बालेसर में सही साबित कर दिया। इंजीनियरिंग तो दूर इन मजदूरों में कोई ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं है। लेकिन इन लोगों ने बालेसर के एक व्यवसायी के लाखों रुपए बचा लिए। ये मजदूर 2 माह में देसी जुगाड़ से 2 मंजिला मकान को करीब 8 फीट ऊंचा करेंगे।


कस्बे में मार्बल का व्यवसाय करने वाले दो भाई भैराराम और छोटूराम सांखला के 20 गुणा 60 की साइज में दुकान व मकान एनएच-125 पर के पास बने हुए हैं। करीब 2 साल पहले जब नेशनल हाईवे बना तो सड़क का लेवल उनके मकान से करीब 7 फीट ऊपर हो गया। जिसके कारण मार्बल से भरी गाड़ियां ना अंदर आ सकती थी ना बाहर। क्योंकि गहराई ज्यादा होने के कारण मार्बल के टूटने का खतरा बना रहता था। रोजाना की परेशानी से तंग आकर दोनों भाइयों ने नई दुकानें बनाने का सोचा।


ठेकेदार से बात की तो खर्च करीब 18 लाख रुपए तक आने की बात कही। इसी बीच किसी ने हरियाणा में ऐसे कारीगरों के बारे में बताया जो मकान को जैक के सहारे करीब 7 से 10 फीट तक ऊंचा कर सकते हैं। इसके बाद भैराराम और छोटूराम ने इस काम के लिए हरियाणा के ठेकेदार नरसीराम से बात की। अब काम शुरू भी हो चुका है ओर करीब 2 महीने में पूरा भी हो जाएगा। नरसीराम ने बताया कि इस पर करीब 5 लाख रुपए का खर्च आएगा और दुकानें हाईवे के लेवल से 1 फीट ऊपर हो जाएगी।


200 जैक से मकान को 10 फीट ऊंचा करते हैं
नरसीराम की टीम में 20 सदस्य हैं। एक बार में ये लोग करीब 200 जैक लगाते हैं। प्रत्येक सदस्य को 10 जैक की जिम्मेदारी दी जाती है। सभी जैक पर नंबर अंकित किए गए है, जो कम्युनिकेशन के दौरान काम आता है। 



2 महीने में पूरा होगा काम, 5 लाख खर्च 
नरसीराम ने बताया की मकान का लेवल ऊंचा करने में 2 महीने लगेंगे। इस काम के लिए करीब 5 लाख रुपए का खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि भूकंप को छोड़कर काम के दौरान मकान को किसी तरह का कोई खतरा नहीं है।


तहसीलदार भी पहुंचे


मकान की ऊंचाई बढ़ाने की तकनीक देखने के लिए रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग आ रहे हैं। इस बीच बालेसर तहसीलदार आईदान पंवार भी पहुंचे और काम करने का तरीका देखा।